जुली ने आत्महत्या कर ली जब उसके पति अजित ने उसे बताया किया कि वह लिसा से शादी करने की योजना बना रहा है, एक महिला जिसे वह एक केस की इन्वेस्टीगेशन करते समय लाचार और अनाथ अवस्था में मिली थी। जुली की मौत ने अजित और उसके बच्चों, जॉन और डीआना के जीवन को तबाह कर दिया था।
खबर को सच मानते हुए उस कॉटेज में, बच्चे लिसा को घ्रिणा भरी नज़रों से देखते हैं जैसे की वो कोई एक गुन्हेगार हो और उसके साथ अपने पिता के विवाह के प्रस्ताव को मना कर देते हैं। उसी वक़्त अजित को कुछ ऑफिसियल काम से शहर वापस जाना पड़ता है और वो चला जाता है। लिसा की बेचैनी उस वीडियो फुटेज और उस खबर के बारे में सोंच कर बढ़ जाती है, जिसके कारण उसे अपने माता -पिता के बारे में बुरे सपने आते हैं।
सुबह में, लिसा को पता चलता है कि उसका सामान - जिसमें उसके कपड़े, मनोरोग की दवा और उसका एक पालतू कुत्ता शामिल हैं - गायब हैं, साथ ही, खाने का सामान और क्रिसमस के लिए की गई सजावट भी गायब हैं। उनके सभी मोबाइल फोन बंद हैं और पावर सप्लाई भी जा चुकी है। लिसा को ऐसा लगता है कि बच्चे उसके साथ मजाक कर रहे हैं, लेकिन उनका सामान भी गायब है। उसने देखा कि डिजिटल क्लॉक में तारीख, दो दिसंबर से बढ़कर नौ जनवरी हो चुकी है। तभी जॉन वहां आता है और लिसा को बताता है कि उसने सपना देखा कि गैस हीटर खराब हो गया है और उन सभी का दम घुट गया है, और डर व्यक्त करता है कि वो मौत के बाद के जीवन में हो सकते हैं।
अगले कुछ दिनों में, लिसा अनेक दुखों का सामना करती है। उसकी चिंताएं बढ़ जाती हैं, उसे दवा की कमी महसूस होती है, भूख और ठंड के आगे वो खुद को झुकी हुई और नीरस महसूस करती है - कुछ दिनों बाद वो नींद में चलना शुरू कर देती है, और परेशान करने वाले दृश्यों और सपनों से पीड़ित होती है, जिसमें उसके माता -पिता की तड़पती और चीखती हुई आवाजें भी शामिल होती है।
उसे उस कॉटेज में एक रहस्यमई क्रॉस-शेप्ड दरवाजा मिलता है जहाँ से ठंडी हवाएं आ रही होती है। उस दरवाजे को खोलने पर उसे एक गलियारा दिखता है। वो उस गलियारे में जाती है और वहां से उसे निकटतम शहर में जाने का रास्ता दिखता है, उस रस्ते से वो भागने का प्रयास करती है, जहां वह देखती है कि उसके पिता खड़े हैं और उसकी ओर उंगली दिखा रहे हैं।
वह अंततः उस रास्ते से दूसरी तरफ भागती हुई एक सर्किल में घूमती है, और वापस कॉटेज में आ जाती है। कॉटेज में आने से पहले उसे बर्फ से ढका हुआ एक स्मारक दिखता है, जहाँ उसे जॉन और डीआना की एक तस्वीर मिलती है, और अंदर, बच्चे प्रार्थना कर रहे होते हैं, उनके पास एक अखबार का लेख होता है जिसमे ये खबर होती है की, जिस दिन वो लॉज में आए थे उस तारीख में लॉज में गैस हीटर के खराब होने पर कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकता होने के कारण वो तीनों मर चुके हैं। जॉन जोर देकर कहता है कि वो ताबूत के अंदर हैं और उन्होंने अपनी तस्वीर को स्मारक के दरवाजे पर सबूत के रूप में लटका दिया है कि वे मर चुके हैं, केवल बेवजह जीवित रहने के लिए।
लिसा को एक नर्वस ब्रेकडाउन होता है, जो तब और तेज हो जाता है जब वह अपने कुत्ते को बाहर मौत के लिए जमा हुई पाती है। वह इस बात से चिंतित होती है कि उसका कुत्ता तकलीफ से मर सकता है। बच्चे अंततः स्वीकार करते हैं कि वो उसे पूरे समय परेशान कर रहे हैं, उसे नशे में रख रहे हैं, सारे सामानो को ऊपर के छज्जे पर छुपाया है, नकली मृत स्मारक फ्रेम बनाया है, और वायरलेस स्पीकर के माध्यम से उसके माता-पिता की चीखो की रिकॉर्डिंग उसे सुनाई है।
अंत में अपने स्वयं के बंद फ़ोन के साथ, बच्चे पावर सप्लाई को जेनेरेटर के माध्यम से वापस लाने और लिसा को उसकी दवा दिलाने का प्रयास करते हैं, लेकिन उन्हें विश्वास हो जाता है कि वे मरने वाले हैं और वो ईश्वर से उनकी मौत को स्वीकार करने की प्रार्थना करते हैं।
उस रात, बच्चे, लिसा को खुद को चूल्हे की आग में जलाकर मारने का प्रयाश करते हुए देखते हैं। वे नकली स्मारक जैसे दिखने वाले दरवाजे के पीछे छिप जाते हैं लेकिन लिसा सुबह उनका सामना करती है, और जोर देकर कहती है कि उन्हें ईश्वर के लिए कुछ बलिदान करना चाहिए।" उसी वक़्त अजित, लिसा के माता-पिता के मौत के केस में कुछ सबुत हासिल करने के बाद वापस लिसा की खोज करते हुए अपनी बन्दुक के साथ वहां पहुँचता है। अजित को टेबल से ठोकर लगती है और उसके हाथ से बन्दुक फिसल कर निचे गिर जाती है और लिसा के पैरों के पास जा पहुँचती है।
लिसा बच्चों को अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए दोषी मानती है और उनपर गोलियां चलाती है। भागादौड़ी में गोली अजित को लग जाती है और उसकी तत्काल मौत हो जाती है। जॉन और डीआना, कार से भागने की कोशिश करते हैं, लेकिन बर्फ में फंस जाते हैं। अंततः बच्चों को वापस कॉटेज में आना पड़ता है, जहां लिसा उन्हें उनके पिता की लाश के साथ खाने की मेज पर बिठाती है और गाती है, मेरे ईश्वर के पास, तुम्हारे लिए कुछ है। वह बंदूक से उन्हें डराते हुए उनके मुंह को टेप से चिपका कर उनके हाथों को बाँध देती है।
और फिर उन्हें बताती है की उसके माता-पिता ने उसे उसके प्रेमी से विवाह करने से मना किया था और उसके साथ दुर्व्यवहार किया था जिसका बदला लेने के लिए उसने उन्हें जला कर मार दिया था। तभी अजित उस मर्डर केस की जांच पड़ताल करते हुए उस तक पहुंचा और उसे बेबस और लाचार समझ कर उसके साथ विवाह करने का प्रस्ताव रखा था। लेकिन इन् बच्चों के कारण उसने अजित को भी खो दिया है। उसके बाद वो बच्चों को कॉटेज में छोड़ कर भाग जाती है।
डिस्क्लेमर- यह कहानी पूरी तरह से लेखक की कल्पना है। सभी पात्र, लोग, स्थान काल्पनिक हैं। इसका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है। यदि आप इस कहानी में दिखाई गई किसी घटना को किसी अन्य कहानी या व्यक्ति की वास्तविक कहानी के समान पाते हैं, तो यह केवल एक संयोग है। लेखक का उद्देश्य केवल दर्शकों का मनोरंजन करना है। लेखक कभी भी इस कहानी के माध्यम से किसी समुदाय को आहत नहीं करना चाहता। यदि कोई व्यक्ति इस कहानी को अपने आप से जोड़ता है और दावा करता है कि यह पहले से ही उसके साथ हुआ है तो यह सिर्फ एक संयोग मात्र है और उस मामले में लेखक जिम्मेदार नहीं है।